महानायक वीर कुंवर सिंह विज्योत्सव समारोह में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे बोललें : ऊ जन-जन के नेता रहस, कुंवर सिंह के वीरता से डेरात रहे अंग्रेजी सरकार
नई दिल्ली (खबर भोजपुरी)। वीर कुंवर सिंह फाउंडेशन के ओर से नई दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में पहिला भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक वीर कुंवर सिंह के विजयोत्सव समारोह मनावल गइल। एह दौरान केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे वीर कुंवर सिंह के जन-जन के नेता बतवलें।
ऊ आगे कहलें कि वीर कुंवर सिंह वीर रहस काहेकि ऊ जन-जन के नेता रहस। 1857 के क्रांति में हजारन ना लाखन भारतीय शहीद हो गइल लो। बाकिर, इहो सांच बा कि कुंवर सिंह से अंग्रेज खौफ खात रहले सs। कुंवर सिंह के जनश्रुति के सुनिये के अंग्रेज डेरा जात रहs सs। अश्वनी चौबे एह अवसर पs मंगल पांडे के इयाद कइलें।
स्मृति दोष बा देस खातिर सबसे बड़ खतरा
पुष्पांजलि, सांस्कृतिक कार्यक्रम आ सेमिनार में 1857 की क्रांति और वीर कुंवर सिंह : राष्ट्रवाद के आईने विषय पs आपन विचार रखत वीर कुंवर सिंह फाउंडेशन के अध्यक्ष निर्मल कुमार सिंह कहलें कि आज देस के सबसे जादे खतरा स्मृति दोष के बा। देस मनोरंजन प्रधान होखत जा रहल बा। सोशल मीडिया आ रील्स के दौर में हमनी के पूर्वजन के संघर्ष आ बलिदान के स्मृति लोप हो रहल बा। स्मृति विहीन राष्ट्र ठोस भविष्य ना बना सकेला।
वीर कुंवर सिंह विजयोत्सव के माध्यम से 1857 के बलिदानियन, नायकन, किसानन आ सिपाहियों के संघर्ष आउर बलिदान के इयादन के बचावत राष्ट्र के भविष्य के बचावे के कोसिस कइल जा रहल बा। ई आयोजन वर्तमान आ आवे वाला पीढ़ी के प्रेरणा दी। एह आयोजन के माध्यम से सब नायकन के संघर्ष आ बलिदान के श्रद्धांजलि दिहल जात बा। काहेकि हमनी के मानल बा कि जवन पीढ़ी अपना संस्कृति, अपना बाप दादा पुरखन के इज्जत आ रक्षा ना करेले, ऊ पीढ़ी मिट जाले। खत्म हो जाले।
आईएस रश्मि सिंह कहली कि वीर कुंवर सिंह के संगही वीर कुंवर सिंह फाउंडेशनो अब एह रूप में ऐतिहासिक होत जा रहल बा कि ऊ 1857 के क्रांति के चेतना के जगा के रखले बा। प्रोफेसर डॉ. मुन्ना कुमार पांडेय कहलें कि वीर कुंवर सिंह भोजपुरी अस्मिता आ किसानी अस्मिता के पहिला नायक रहस। IRS बी के सिंह कहलें कि वीर कुंवर सिंह जीनियस गुरिल्ला वारियर रहस।
रामकृष्ण मिशन के स्वामी सर्वलोकानंदजी, जम्मू कश्मीर में पदस्थापित आईएएस रश्मि सिंह, साहित्यकार कुमार नरेंद्र सिंह, आईसीसीआर के महानिदेशक कुमार तुहिन आ प्रोफेसर मुन्ना पांडे आपन विचार व्यक्त कइल लो।
कार्यक्रम में प्रदीप पांडेय,अश्वनी सिंह, कुंवर जितेंद्र सिंह, राकेश परमार, एसएन सिंह, केबी सिंह आदि मवजूद रहे लो।