US: नासा के आर्थिक हालत बिगड़ गइल? चंद्र मिशन में वापसी, रोवर कार्यक्रम रद्द हो गइल ; लागत में बढ़ोतरी के हवाला दिहल गइल
अमेरिका : अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा आपन चंद्र रोवर मिशन रद्द करे के एलान कइले बिया। एकरा खातिर ऊ बजट में बढ़ोतरी आ लॉन्च में देरी के हवाला देले बाड़े।
नासा (राष्ट्रीय एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन) गुरुवार के चंद्रमा पs रोवर उतरे के मिशन रद्द करे के एलान कइलख। एकरा खातिर अंतरिक्ष एजेंसी लागत में बढ़ोतरी आ प्रक्षेपण में देरी के हवाला दिहलस। एजेंसी के मून एक्सप्लोरेशन प्रोग्राम खातिर एकरा के एगो बड़हन झटका मानल जा रहल बा। नासा के मुताबिक अब तक ए मिशन के विकास पs करीब 45 करोड़ डॉलर खर्च कइले बा।
नासा के साइंस मिशन निदेशालय के एसोसिएट एडमिनिस्ट्रेटर निक्की फॉक्स कहली कि, "एह तरह के फैसला कबहूँ आसान ना होखेला।" रद्द कर दिहल गइल। ना तs ओह लोग के रोके के पड़ी।” नासा के आर्टेमिस चंद्र रोवर (VIPER) के मिशन चंद्रमा के दक्खिनी ध्रुव पर बर्फ आ अउरी संसाधन सभ के खोज कइल रहल।
एह रोवर के 2023 में एस्ट्रोबोटिक टेक्नोलॉजी के ओर से उपलब्ध करावल लैंडर पs लॉन्च करे के योजना रहे। बाकी, 2022 में नासा 2024 के अंत तक प्रक्षेपण में देरी करे के बात कइलस, ताकि ग्रिफिन लैंडर वाहन के प्रीफ्लाईट टेस्टिंग खातिर अउरी समय मिल सके। एकरा बाद लॉन्चिंग के तारीख सितंबर 2025 तक बढ़ा दिहल गइल। जबकि एह मिशन के लागत बढ़ के 606.6 मिलियन डॉलर होखे के अनुमान लगावल गइल रहे।
विज्ञान मिशन निदेशालय में अन्वेषण के उप सहायक प्रशासक जोएल क्रियंस बतवले कि रोवर पूरा तरीका से तैयार रहे। बाकिर अइसन कवनो परीक्षण ना भइल जवना से साबित हो सके कि ई लॉन्च के सामना कर सकेला। अब अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी के योजना बा कि ऊ वाइपर के इंस्ट्रूमेंट आ कंपोनेंट के अलगा कर के फेर से इस्तेमाल कर के भविष्य में चंद्र मिशन खातिर कर लेव।