राष्ट्रीय पर्यटन दिवस: जून से चिलुआताल में दिखी रामगढ़ताल जइसन नजारा, हर साल बढ़ रहल बा पर्यटकन के संख्या
गोरक्षनगरी पर्यटन के हब बन गइल बा। एकर चमक देश भर में फइल रहल बा। पहिले पर्यटन के नाम पs गोरखनाथ मंदिर, गीता प्रेस, तरकुलहा आदि जगह ही रहे। अब नया सावेरा समेत 50 से अधिका पर्यटन स्थल पर्यटकन के अपनी ओर आकर्षित कs रहल बाड़े। इहाँ आवे वाला पर्यटकन के संख्या हर साल बढ़ रहल बा। शहर में फाइप स्टार होटल खुल रहल बा। एह साल शहर के निवासी लोग के चिलुआताल लेक व्यू प्वाइंट आ गौरव संग्रहालय के रूप में दू गो पर्यटन स्थल के उपहार मिले वाला बा।
पर्यटन विभाग 50 से अधिका योजना के ठोस आकार देके पर्यटकन के आकर्षित करे के काम कइले बा। आगे के योजना में गौरव म्यूजियम, चिलुआताल लेक व्यू, कुसम्ही जंगल इको पार्क, रामगढ़ताल इलाका में हैंगिंग रेस्टोरेंट, रामगढ़ताल में रोपवे संचालन, रामगढ़ताल में देश के सबसे ऊँच फाउंटेन, शहर के प्रवेश बिंदु नौसड़-कालेसर बंधे अवुरी राजघाट पुल पs फसाड लाइट शामिल बा। सौंदर्यीकरण समेत दर्जनों परियोजना पs काम चलत बा।
जून ले बन के तइयार हो जाई चिलुआताल लेकव्यू प्वाइंट
शहर के उत्तरी छोर पs स्थित चिलुआताल के चेहरा बदल जाई। रामगढ़ताल के तरह चिलुआताल के सुंदर बनावे के काम भी तेजी से चल रहल बा। इहाँ 560 मीटर लंबा घाट, घाट, गजेबिया, शौचालय, बेंच आदि के निर्माण के काम लगभग 20 करोड़ रुपिया के लागत से शुरू हो गईल बा। पोखरा के सौंदर्यीकरण के बाद इs गोरखपुर के एगो नया पर्यटन स्थल बन जाई। अयीसना में अबे ले इहाँ आवे में संकोच करेवाला लोग, आवे वाला समय में एकर सुंदरता देखे खातीर इहाँ आई अवुरी सबेरे-सांझ के टहले अवुरी चाय के चुस्की ले सकतारे। जून ले ई काम पूरा होखे के उमेद बा।
गौरव संग्रहालय खातिर निविदा प्रक्रिया चल रहल बा
बुद्ध-वैदिक काल से जुड़ल स्थानीय कला, संस्कृति, वास्तुकला अवुरी शिल्प के माध्यम से शहर के लोग के गौरव के एहसास करावे खातीर सिविल लाइन्स इलाका में गौरव संग्रहालय के निर्माण होई। सरकार 20.16 करोड़ के लागत से बनावे वाला एह संग्रहालय के बजट जारी कइले बिया। एकर निविदा प्रक्रिया चलत बा।
क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी रविन्द्र कुमार मिश्र पर्यटन विकास के काम में लागल बानी बतवले। एह साल जून ले चिलुआताल पूरा करे के तइयारी जारी बा। गौरव संग्रहालय के निविदा प्रक्रिया चल रहल बा। एह बजट में इको पार्क खातिर धन जारी होखे के उमेद बा।