टेक्नोलॉजी
खेल | कब्बड्डीक्रिकेटफुटबॉलबैडमिंटनहॉकी
मनोरंजन | सीरियलसिनेमासंगीतशार्ट स्टोरीजवेब सीरीजवीडियोडॉक्यूमेंट्री
राजनीतिविविध
व्यापार | अर्थव्यवस्थाउधारडिजिटल मुद्रानिवेशपूंजीरियल एस्टेटशेयर बाजार
शासन-प्रशासन | अपराधकानूनदुर्घटनासामाजिक योजना
शिक्षा
लाइफस्टाइल | आयुर्वेदखानपानसेहतव्यायामरोग एवं उपचारयोगब्यूटी टिप्सघरेलू उपचार
फोटो स्टोरीपर्यटन स्थल
धरम-करम | राशिफलमान्यतात्यौहारतीर्थ स्थलअंधविश्वास
देस-बिदेस
साहित्य | उपन्यासकविताकहानी
स्पेशल स्टोरीबड़ी खबरें
Advertisement

जब इंस्टा REEL 18 साल बाद मिला देलस गुमशुदा भाई, एह खास तरीका से महिला कइली पहचान; दिलचस्प बा पूरा कहानी

12:33 PM Jun 29, 2024 IST | Sonu Kishor
Advertisement

उत्तर प्रदेश के कानपुर में एगो दिल के छूवे वाला घटना में एगो बहिन 18 साल बाद अपना भुलाइल भाई के इंस्टाग्राम रील के जरिए चिन्हली। ई तब भइल जब बहिन वीडियो में अपना भाई के टूटल दांत देखलस। बहिन अपना भाई के सालन बाद देख के भावुक हो गइल। एह कहानी में बहन के दर्द आ भाई के संघर्ष दुनु बा।

Advertisement

सब कोई इंस्टाग्राम पs रोजो कम से कम दु-तीन रील तऽ देखबे करेला। आजकल रील (REEL) आ मीम्स (MEMES) हमनीं जिंदगी के हिस्सा हो चुकल बा जदि हम अइसन बोली तऽ कुछ गलत ना होई। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम (INSTAGRAM) पs ई गुदगुदी वाला रील आ मीम, जवन ना खाली मनोरंजन खातिर मशहूर बा, बलुक बरिसन अलगा भइल परिवारो एह रील के माध्यम मिलेला।

ई सुन के रउरा सभे के अजीब लाग सकेला बाकिर ई फिल्म कहानी इंस्टाग्राम पs भइल बा। एह कहानी के शुरुआत रील देखला से होला जहाँ उत्तर प्रदेश के कानपुर के हाथीपुर गाँव में एगो बहिन बइठ के 18 साल पहिले लापता भइल भाई के वीडियो रील में देखत बिया। हाथीपुर गांव के निवासी राजकुमारी इंस्टाग्राम के रील देखत रहली कि एगो परिचित चेहरा देख के उनुकर आत्मा काँप गइल। जयपुर से रील में देखावल युवक के दांत टूटल रहे। उहे दाँत जवन उनकर भाई बाल गोविंद के बचपन में टुटत रहे।

अठारह साल पहिले बिछड़ल भाई-बहिन के अइसे भइल मिलल

अठारह साल पहिले बाल गोविंद फतेहपुर के इनायतपुर गाँव से मुंबई के नौकरी खातिर चल गइल रहले, बाकिर कबहूँ लवटले ना। मुंबई पहुंचला के बाद उऽ अपना दोस्त के छोड़ के दोसरा जगह काम करे लगले। शुरू में उ अपना दोस्तन से संपर्क बनवले रखले, बाकिर धीरे-धीरे उनुकर संपर्क टूट गइल। उनकर सब साथी गाँव वापस आ गइलें, बाकिर बाल गोविंद मुंबई में रह गइलें।

एह तरे बाल गोविंद जयपुर पहुंचले

बाल गोविंद के जिनिगी में एगो बड़ मोड़ तब आइल जब उऽ बेमार पड़ गइलन आ ऊ ट्रेन से घरे लवटे के फैसला कइलन। ट्रेन उनका के कानपुर के जगह जयपुर ले गईल। थक चुकल आ व्यथित बाल गोविंद के रेलवे स्टेशन पर एगो आदमी से भेंट भइल, जे स्वास्थ्य में सुधार भइला पर ओकरा के एगो फैक्ट्री में नौकरी करा दिहलस।

बाल गोविंद के इंस्टाग्राम रील के पीछे बा ई कहानी 

धीरे-धीरे जब बाल गोविंद की हालत सुधरे लागल तऽ उऽ जयपुर में आपन जीवन बसावे लगलें। उऽ ईश्वर देवी नांव के लइली से शादी कइले आ उनकर दु बच्चा भइल। एह कुछ सालन में बहुत कुछ बदल गइल रहे, बाकिर उनकर टूटल दांत ओहींंग रहे। नया जिंदगी शुरू करे के दौरान, उनका जयपुर के नजारा देखावे वाला इंस्टाग्राम रील बनावे के शौको भइल। एमें से एगो रील राजकुमारी के फीड में आ गइल, जवन लंबा समय से दबल उम्मीद के फिर से जगा देलस।

Tags :
Instagram shortsKhabar Bhojpuri Newsviral khbarViral News
Advertisement
Next Article