सिवान जेल से तस्कर के कवन लोग करत रहे गाइड? 850 करोड़ के 'कैलिफोर्नियम' मामला में बड़ खुलासा
कैलिफोर्नियम के तस्करी मामिला में एगो आउर खुलासा सामने आइल बा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सिवान जेल में बंद एगो कैदी तस्कर के गाइड करत रहे। जइसहीं ई मामिला पता चलल सुरक्षा एजेंसियन के अलर्ट कर दिहल गइल। दूसर ओर बिहार पुलिस उत्तर प्रदेश से गुजरात तक छापामारी कऽ के आ के स्रोत के पता लगावे में जुटल बिया।
सिवान : बिहार के गोपालगंज में कैलिफोर्नियम के मामला में एगो आउर खुलासा सोझा आइल बा। बतावल जाता कि सिवान जेल में बंद एगो अपराधी तस्करन के कैलिफोर्नियम ले आवे खातिर फोन पs गाइड करत रहे। असल में छोटलाल प्रसाद नांव के एगो आदमी के मोबाइल पs लगातार सिवान जेल से फोन आवत रहे। जब पुलिस के शक भइल तऽ जांच शुरू कऽ देलस। जांच में पाता चलल बा कि छोटालाल कैलिफोर्नियम के तस्करी में शामिल एगो गिरोह के सदस्य हवे आ सिवान जेल में बंद अपराधी उनका के मोबाइल के माध्यम से गाइड करत रहे।
गुजरात पहुंचल बिहार पुलिस
बतावल जाता कि कैलिफोर्नियम के देवे वाला के खोज में पुलिस के टीम गुजरात पहुंचल बिया। बतावल जाता कि तस्कर के मोबाइल बंद होखला के चलते ओकर सही लोकेशन नइखे मिलत। गुजरात पुलिस बिहार पुलिस के मदद कर रहल बिया। अब सुरक्षा एजेंसी सिवान जेल में दर्ज अपराधी के रिमांड पs ले जाए के तैयारी में जुटल बिया। मानल जाता कि एह मामला से जुड़ल अउरीबहुत खुलासा उनका पूछताछ के बादे कइल जा सकऽता। बता दीं कि गोपालगंज पुलिस एह मामिला में तीन गो तस्करन के गिरफ्तार कर चुकल बिया।
कैलिफोर्नियम तस्करन तक कइसे पहुंचल?
कैलिफोर्निया एगो रेडियोधर्मी पदार्थ हवे जेकर इस्तेमाल परमाणु हथियार बनावे में कइल जाला। ई अमेरिका आ रूस नियन देस में बनावल जाला आ समझौता के तहत दूसर देस सभ के दिहल जाला। अभी तक इ साफ नइखे कि कैलिफोर्नियम के इ तस्कर तक कइसे पहुंचल। का ओह लोग के विदेशी कनेक्शन बा भा भारत के कवनो बिजली उत्पादन स्टेशन भा परमाणु अनुसंधान केंद्र से चोरी हो गइल बा। ओने भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर के टीम एह मामिला के जाँच करे खातिर शनिचर के दिने खुद गोपालगंज चहुँप गइल बिया।