नीट-यूजी के रिजल्ट के लेके विवाद काहे होता? मामिला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचल
नीट रिजल्ट 2024 : जब से नीट रिजल्ट 2024 के घोषणा भइल बा, तब से एकरा लेके सवाल उठता। कई गो छात्र आ अभिभावक सोशल मीडिया पs आपन नाराजगी जतवले बाड़े जानीं कि का विवाद बा आ एकरा पर नाराजगी काहें जतावल जा रहल बा ।
राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी मंगल के दिने नीट रिजल्ट 2024 के एलान कइले बिया । एह साल नीट यूजी परीक्षा में 13 लाख से अधिका परीक्षार्थी पास कइले बाड़न जवना में से 67 गो परीक्षार्थी नंबर वन रैंक हासिल कर लिहले बाड़न । एतना बड़ संख्या में छात्र कइसे टॉप कइले, एकरा बारे में विवाद बा। अउरी कई गो सवाल भी उठावल जा रहल बा। कुछ लइकन के 720 अंक के कागज में से 718 आ 719 अंक भी मिलल बा। एकरा पs विशेषज्ञ सवाल उठवले बाड़े आ कहतारे कि एतना नंबर कइसे मिलल। आईं हमनी के विस्तार से बताईं जा कि ई विवाद का हs आ एकरा पर एतना सवाल काहे उठत बा । दोसरा तरफ अब ई विवाद सुप्रीम कोर्ट ले चहुँप गइल बा ।
नीट-यूजी परीक्षा में 67 गो विद्यार्थी टॉप कइले बाड़न। कई गो विद्यार्थियन के 718 आ 719 अंक मिलल बा । एकर पेपर 720 अंक के बा आ अइसन स्थिति में इहाँ हर सवाल पs चार अंक दिहल जाता। सही जवाब खातिर चार अंक आ गलत जवाब खातिर एक अंक के नकारात्मक अंक बा। अइसने में जदी केहू सब सवाल के सही जवाब देला तs ओकरा 720 अंक मिलेला आ जदी केहू एक सवाल छोड़ देला तs ओकरा 716 अंक मिलेला आ जदी केहू एक सवाल के जवाब गलत देला तs ओकरा 715 अंक मिलेला। अइसने में सवाल उठ रहल बा कि तब लइकन के 718 आ 719 नंबर कइसे मिलल ।
विवाद बढ़ला पs एनटीएल ई जवाब देलख
एह लइकन के मिलल अंक पर एनटीएल के कहनाम बा कि जब ई परीक्षा भइल तs कुछ लइकन के पेपर लेट मिल गइल आ एह चलते ग्रेस नंबर दिहल गइल । ई अंतर खाली कृपा के निशान के चलते लउकेला। कई जगहा परीक्षा में समय के बर्बादी होत रहे आ कुछ जगहा पर कागज 20 मिनट तक देरी से मिलत रहे जवना के शिकायत लइका लोग एनटीएस से कइल आ ओकरा बाद एहिजा ग्रेस नंबर दिहल गइल । जवना लइकन के समय बरबाद भइल ओकरा ई मेहमान अंक मिल गइल बा आ एह चलते 718 भा 719 नंबर आ गइल बा, एकर कारण इहे हो सकेला ।
असल में नीट परीक्षा में केमिस्ट्री पs एगो सवाल रहे, जवना के लेके विवाद बा। सवाल उठल बा कि का एह सवाल के दू गो जवाब सही बा । असल में एनसीआरटी के एगो पुरान किताब में एगो जवाब सही देखावल गइल रहे अउरी नया किताब में भी दूसरा जवाब सही देखावल गइल रहे| एकरा चलते दुनो जवाब देवे वाला लइकन के नंबर मिल गइल आ इहाँ ई तरीका से 44 छात्र के पूरा नंबर मिल के टॉपर बन गइले। अइसने में टॉपर जादे रहले। अब सवाल भी उठल कि एतना बच्चा कइसे टॉप कइले।
अइसे टॉपर कइसे बनल ? : इहे तर्क दिहल जा रहल बा
तर्क दिहल गइल कि एकरा पीछे के कारण परीक्षा आसान हो सकता। अबकी बेर रजिस्ट्रेशन में बढ़ोतरी भइल, बड़ संख्या में बच्चा हाजिर हो गइल रहले आ एकरा चलते रिजल्ट अइसन रहे आ भारी संख्या में बच्चा परीक्षा में पास भइले।
सोशल मीडिया पर लउकल खिसियाइल छात्र आ अभिभावकन के नाराजगी
हालांकि लोग एकरा से खुश नइखन। अब एकरा बाद लईकन आ ओ लोग के माता-पिता के नाराजगी सोशल मीडिया पs देखाई देता। कुछ लोग नीट यूजी परीक्षा रद्द करे के मांग कइले बाड़े ।
अब नीट-यूजी परीक्षा के मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गइल
कुछ छात्र सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर क के नीट-यूजी परीक्षा 2024 के फेर से करावे के मांग कइले बाड़े। संगही, ऊ 5 मई के भइल परीक्षा रद्द करे के मांग कइले बाड़े। याचिका में आरोप बा कि 5 मई के भईल नीट-यूजी परीक्षा में गड़बड़ी भइल, काहेंकी कागज लीक के कई गो मामिला याचिकाकर्ता के संज्ञान में आइल रहे। याचिका में कहल गइल बा कि नीट परीक्षा पेपर लीक होखल संविधान के तहत अनुच्छेद 14 (समानता के अधिकार) के उल्लंघन बा, काहे कि एहसे कुछ उम्मीदवार के कुछ अभ्यर्थियन के अनुचित फायदा मिलल बा, जवन कि निष्पक्ष तरीका से परीक्षा देवे के विकल्प चुनले रहले।