NEET मुद्दा के बाद धर्मेंद्र प्रधान दिहें इस्तीफा? लोकसभा में विपक्ष के सवाल के शिक्षा मंत्री दिहले जवाब
सोमवार के बजट सत्र के दौरान विपक्षी पार्टी नीट-यूजी पेपर लीक के मुद्दा उठवलस। कांग्रेस सांसद माणिकम टैगोर एह मुद्दा पs केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान से पूछताछ कइलन। जवाब में प्रधान कहले कि सरकार के लगे कुछूओ छिपावे के नइखे। हम तमाम तथ्य के सुप्रीम कोर्ट के सोझा राख देले बानी। अबही सुप्रीम कोर्ट एह मामला के सुनवाई करतिया।
सोमवार के बजट सत्र के दौरान केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान लोकसभा में नीट-यूजी पेपर लीक के मुद्दा पs उठल हर सवाल के जवाब देले। उऽ कहले कि केंद्र सरकार के लगे कुछूओ छिपावे के नइखे आ उऽ मामला से जुड़ल सभ तथ्य सुप्रीम कोर्ट के सौंप देले बिया।
बता दीं कि नीट-यूजी पेपर लीक के मामिला के सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में चलत बा जवना के नेतृत्व भारत के मुख्य न्यायाधीश डी.वाई.चंद्रचूड करत बाड़े। उम्मीद बा कि आज एह मामिला में कोर्ट आपन फैसला दी।
इंतजार करीं
लोकसभा में धर्मेन्द्र प्रधान कांग्रेस सांसद माणिकम टैगोर के एगो सवाल के जवाब देले। उऽ कहले कि सरकार के लगे कुछुओ छिपावे के नइखे। हम तमाम तथ्य के सुप्रीम कोर्ट के सोझा राख देले बानी। अबहीं सुप्रीम कोर्ट एह मामला के सुनवाई करतिया। तऽ इंतजार करीं आ देखीं कि कोर्ट का निर्देश देता। ई सदन हर तरे के चरचा खातिर खुला बा।
सात साल में कागज लीक के कवनो सबूत ना मिलल
शिक्षा मंत्री दावा कइले कि पछिला सात साल में कागज लीक के कवनो सबूत नइखे मिलल, सिवाय एह एगो 'एकल घटना' के जवन कि एह साल 5 मई के भइल नीट-यूजी के दौरान पटना में भइल रहे। उऽ कहले कि, 'पिछला सात साल में कागज लीक के कवनो सबूत नइखे मिलल। फिलहाल इ मामला सुप्रीम कोर्ट में बा आ सभ तथ्य सोझा आइल बा। भारत के मुख्य न्यायाधीश एह मामला के सुनवाई करऽ तारे।
का प्रधान पद से इस्तीफा दे दिहें ?
प्रधान से जब पूछल गइल कि कथित गड़बड़ी के चलते उऽ अपना पद से इस्तीफा दे दिहे कि ना तऽ उऽ कहले कि, 'हम अपना नेता प्रधानमंत्री मोदी के इच्छा के मोताबिक काम करs तानी।' जब जवाबदेही के सवाल उठी तऽ हमनी के सरकार जवाबदेह होई। जहां तक गड़बड़ी आ कदाचार के जानकारी के सवाल बा तऽ 4700 मामला में से पटना आ सीबीआई में खाली एगो घटना बा आ पुलिस एकरा पs कार्रवाई करs तिया।
एह मुद्दा पs बोलत समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव कहले कि वर्तमान सरकार कागज लीक के रिकॉर्ड बनाई। प्रधान जवाब देत कहले कि पिछला कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए सरकार केंद्रीकरण प्रक्रिया के समर्थन कइले बिया आ वर्तमान आलोचना राजनीतिक प्रेरणा से होखऽता।