सबेरे-सबेरे: कंधा आ हाथ के मजबूत राखे खातिर रोज करीं ई तीन गो योगासन
हमनी के बहुत काम खाली हाथ आ कंधा के बल पs होला। चाहे खाना खाए के होखे आ ऑफिस के काम करे के। सब काम खातिर हाथ आ कंधा मजबूत होखल बहुत जरूरी बा। कई बेर तनी काम कइला के बाद ही हमनी के हाथ आ कंधा में दरद होखे लागेला। अइसना में रउरो जिम जाए के सोचेनी, बाकीर भारी वजन के चलते हाथ में दरद बढ़े लागेला अउरी बहुत बेर रउरा जिम जाए के विचार छोड़ देनी। अइसना में कुछ साधारण अउरी आसान योग मुद्रा कs के रउरा आपन हाथ अउरी कंधा के मजबूत कs सकतानी। एकरा संगे आपके शरीर के खून के संचार भी सही होला, जवन कि पूरा शरीर के स्वस्थ राखे में मदद करेला। आईं एह योगासन के करे के तरीका आ फायदा के बारे में जा जानीं जा।
१-गरुडासन (गरुड़ के मुद्रा)
गरुडासन हाथ गोड़ के मांसपेशी के मजबूत करेला। एकरा अलावे इs पीठ के ऊपरी हिस्सा, बांह अउरी कंधा के खिंचाव करेला। एह योग आसन के मदद से एकाग्रता आ शारीरिक संतुलन में सुधार होला।
गरुडासन कईसे कईल जाला
1.गरुडासन में साँस लेत घरी खड़ा हो जाई।
2. बायां गोड़ के उठा के दाहिना गोड़ पs आराम करीं। एकरा संगे बायां जांघ दाहिना जांघ पे टिकल रही अउरी बायां गोड़ के पैर के उंगली जमीन पs राखी।
3. अब बायां गोड़ के हिला के ओही तरह से दाहिना गोड़ के पीछे ले आईं ताकि बायां पंजा पे टिकल होखे।
4. अब दुनो बांह के आगे बढ़ाईं।
5. अब दाहिना हाथ के बायां बांह के ऊपर रख के दुनो कोहनी के 90 डिग्री पs मोड़ के दाहिना हाथ के बायां बांह के आगे ले आईं।
6. दुनु हथेली के जोड़ लीं। कोशिश करीं कि बांह जमीन के समानांतर राखल जाव।
7. एह मुद्रा में 1 मिनट ले खड़ा रहीं अउरी दूसरा ओर भी इहे प्रक्रिया दोहराईं।
२-गोमुखासन
गोमुखासन के मदद से पीठ आ बांह के मांसपेशी मजबूत हो जाले। एह प्रथा से थकान, चिंता अउरी तनाव कम हो सकता। इs गोड़ में ऐंठन के कम करेला अउरी गोड़ के मांसपेशी के मजबूत करेला। एकर नियमित अभ्यास से कंधा अउरी हाथ के दरद में बहुत राहत मिलेला
गोमुखासन कईसे कईल जाला
1. खुला जगह पs योग चटाई पs सुखासन मुद्रा में खड़ा होखे के चाहीं।
2. एकरा बाद बायां गोड़ के अपना शरीर के ओर खींच के अपना नजदीक ले आईं।
अब आपन दाहिना गोड़ जांघ के ऊपर राख के ओकरा के अपना शरीर के बहुत नजदीक खींच लीं।
4. ओकरा बाद आपन दाहिना हाथ कंधा पे राख के कोहनी के नजदीक मोड़ के जतना हो सके पीठ के पीछे ले जाए के कोशिश करीं।
5. अब आपन बायां हाथ भी कोहनी के लगे मोड़ के पेट के साइड से पीठ तक ले आईं।
6. अब कोशिश करीं कि दुनो हाथ के एक संगे खींच के जोड़ल जाए अउरी हाथ के पीठ के पीछे पकड़ल जाए।
7. कुछ समय तक ए मुद्रा में रही अउरीi 10-12 बेर सांस लेवे के चाही। फेर से शुरुआती पोज में आ जाईं।
३-अधोमुख श्वानासन
इs योग आसन हाथ-गोड़ के मांसपेशी के मजबूत करेला अउरी शरीर के संतुलन बनावे में मदद करेला। इs व्यायाम पाचन तंत्र के मजबूत करेला। संगही, इs शरीर के फुर्तीला-लचीला बनावेला।
अधोमुख श्वानासन कईसे करीं
1. सबसे पहिले तs सीधा जमीन पs खड़ा होखे के चाही।
2. दुनो हाथ के आगे रख के जमीन के ओर झुक जाईं। झुकत घरी घुटना सीधा होखे के चाहीं।
3. आपके दुनो हाथ कंधा के बराबर ना होखे के चाही बालुक एकरा से जादे झुके के चाही।
4. अब हाथ के हथेली के मोड़ के आगे फैला के अँगुरी के सीधा राखीं।
5. साँस छोड़ के घुटना के हल्का धनुष में मोड़ दीं।
6. एकरा बाद हाथ के जमीन पे कंधा के नीचे से पूरा तरीका से आगे पसरल राखे के चाही।
7. अब घुटना के जमीन पे तनिका जादा मोड़ के कूल्हि के जतना हो सके ऊपर उठाई।
8. ध्यान रहे कि सिर जमीन के ओर तनी झुकल होखे के चाही अउरी पीठ के बराबर होखे के चाही।