युवा साहित्य पुरस्कार से सम्मानित भइली लोकगीत सी लड़की के लेखिका आ चर्चित कवयित्री आकृति विज्ञा अर्पण
गोरखपुर। शहर के साहित्यिक विरासत के आगे बढ़ावे खातिर निरंतर समर्पित रहे वाली नवहा लेखिका आ चर्चित कवयित्री आकृति विज्ञा अर्पण के युवा कल्याण विभाग, उत्तर प्रदेश आ नेहरू युवा केंद्र, भारत सरकार के ओर से युवा साहित्य पुरस्कार, 2024 से सम्मानित कइल गइल बा। ई पुरस्कार उनका के गोरखपुर मंडल स्तर पs उनकर साहित्यिक योगदान आ कृति "लोकगीत सी लड़की खातिर दिहल गइल बा।
प्रतिष्ठित मंचन पs कs चुकल बाड़ी मंच संचालन आ कविता पाठ
चयन समिति आकृति के बारह बरिसन से लगातार सक्रियता आ गुणवत्तापूर्ण सृजन के ध्यान में रखत एह पुरस्कार खातिर चयनित कइलस। गौर करे वाला बात बा कि आकृति कइयन गो प्रतिष्ठित मंचन पs अपना मंच संचालन के कौशल आ काव्य पाठ से आपन लोहा मनवा चुकल बाड़ी। आकृति देस के ओह सबसे कम उमिर के लोगन में से इगो बाड़ी जेकरा जुवावस्था में डाक्ट्रेट मानद उपाधि के समकक्ष विद्या वाचस्पति दिहल जा चुकल बा।
गोरखपुर के साहित्यिक जगत में खुसी के संचार
गोरखपुर के साहित्यिक जगत में जइसही आकृति के युवा पुरस्कार मिलला के सूचना फइलल लोगन में खुसी के संचार हो गइल। प्रदेश युवा कल्याण परिषद के उपाध्यक्ष विभ्राट चंद्र कौशिक उनका के बधाई देत कहलें कि लेखन, कविता, संचालन के संगे सामाजिक, सांस्कृतिक आ बौद्धिक गतिविधियन में आकृति के बड़ भूमिका बा। हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल , गोरखपुर सांसद रविकिशन आ आउर गणमान्य आकृति के एह उपलब्धि पs बधाई दिहल लो।
प्रसिद्ध अभिनेता अखिलेंद्र मिश्र , प्रसिद्ध गीतकार ओम निश्चल, प्रसिद्ध पत्रकार जयप्रकाश पांडेय, वरिष्ठ संस्कृति कर्मी श्री नारायण पाण्डेय, पद्मश्री सोमा घोष ,पद्मश्री विश्वनाथ तिवारी, बनारस लिटरेचर फेस्टिवल के संयोजक बृजेश सिंह, गोरखपुर लिटरेचर फेस्टिवल परिवार से शैवाल शंकर श्रीवास्तव, अनुपम सहाय, आंचित्य लाहिड़ी , गोरखपुर रंग महोत्सव के अध्यक्ष हर्षवर्धन राय, साहित्य सरिता के संपादक जे पी द्विवेदी, प्रसिद्ध लोकगायिका चंदन तिवारी आ सुप्रसिद्ध राजनीति विश्लेषक श्रीश पाठक सहित कइयन लोग आकृति के आपन सुभकामना दिहल।
सर्वभाषा के प्रकाशक केशव मोहन पांडेय कहलें कि आकृति अपना विचार, बेवहार आ लेखन में जवना जिम्मेदारी के संगे आपन सर्वश्रेष्ठ दे रहल बाड़ी, ई सीखे के बात बा। विज्ञान के पृष्ठभूमि के संगे भाषा, समाज में आकृति के सार्थक हस्तक्षेप आ संवेदनशीलता के संगे सकारात्मक रवैया उनका के अलग बनावेला। लेखक, कवि, समाज सेवी आ संस्कृति कर्मी उनका के आपन सुभकामना देत उज्ज्वल भविष्य के कामना कइल लो।