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ChatGPT: कमाई वाला मॉडल बन रहल बा नुकसान के कारण, सीईओ कहलें- अजीब बात बा

11:12 AM Jan 07, 2025 IST | Anurag Ranjan
chatgpt  कमाई वाला मॉडल बन रहल बा नुकसान के कारण  सीईओ कहलें  अजीब बात बा
OpenAI - फोटो : Adobe Stock
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ChatGPT Pro के ओपनएआई अपना कमाई खातिर लॉन्च कइले रहे। बाकिर अब ई कंपनी खातिर नुकसान के कारण बन रहल बा। OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन हाले में X (पहिले ट्विटर) पs एगो चउकावे वाला खुलासा कइलें, जेमे ऊ ChatGPT Pro सब्सक्रिप्शन के संगे कंपनी के वित्तीय चुनौतियन के बारे में बतवलें। अपना ट्वीट में ऑल्टमैन लिखलें, "अजीब बात: हमनी के वर्तमान में OpenAI Pro सब्सक्रिप्शन पs नुकसान झेल रहल बानी सs! लोग एकरा के हमनी के अपेक्षा से कहीं जादे उपयोग कs रहल बा।"

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सब्सक्रिप्शन के कीमत

ChatGPT Pro सब्सक्रिप्शन, जवन एडवांस GPT-4 मॉडल तक पहुंच प्रदान करेला। वैश्विक स्तर पs ई भारत सहित बहुते लोकप्रिय हो गइल बा। भारत में ई सब्सक्रिप्शन 200 डॉलर प्रति माह (लगभग 17,000 रुपिया) में उपलब्ध बा। ई पेशेवरन, व्यवसायन आ छात्रन खातिर एगो आकर्षक विकल्प बन गइल बा, जवन उत्पादकता आ रचनात्मकता के बढ़ावा दिहल चाहत बा। Pro सब्सक्राइबर्स के तेज प्रतिक्रिया समय, पीक उपयोग के समय प्राथमिकता आ GPT-4 के ओर से संचालित एडवांस सुविधन जइसे लाभ मिलेला।

बढ़ रहल बा यूजर्स के संख्या, घट रहल बा कमाई

सब्सक्राइबर्स के संख्या लगातार बढ़ रहल बा, बाकिर ऑल्टमैन के बयान एगो बड़ समस्या के उजागर कइले बा आ ऊ बा अपेक्षा से कहीं जादे उपयोग। Pro सब्सक्रिप्शन के बड़े पैमाना पs AI मॉडल चलावे के उच्च परिचालन लागत के संतुलित करे खातिर डिजाइन कइल गइल रहे, बाकिर वर्तमान उपयोग दर OpenAI के वित्तीय मॉडल खातिर अस्थिर साबित हो रहल बा। GPT-4 जइसन बड़ भाषा मॉडल के चलावे खातिर विशाल कंप्यूटेशनल संसाधनन के आवश्यकता होला, जवना से क्लाउड कंप्यूटिंग आ सर्वर के लागत बढ़ रहल बा।

भारत ChatGPT खातिर एगो महत्वपूर्ण बाजार के रूप में उभरल बा। शिक्षा, आईटी आ कंटेंट क्रिएशन जइसन क्षेत्रन में पेशेवर अपना कामन के सरल बनावे आ AI-संचालित दक्षतन के लाभ उठावे खातिर Pro सब्सक्रिप्शन अपना रहल बा। वैश्विक दरन के तुलना में भारत में अपेक्षाकृत किफायती कीमत एकर लोकप्रियता में इजाफा कइले बा। सैम के ई बयान सब्सक्रिप्शन के नया कीमतन के ओर इशारा कs रहल बा।

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