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यूपी में मेडिकल पढ़े वाला ला खुशखबरी ! अब लाखों के बचत होई, सीट छोड़े के बांड खतम हो जाई

01:14 PM Jun 28, 2024 IST | Raj Nandani
यूपी में मेडिकल पढ़े वाला ला खुशखबरी    अब लाखों के बचत होई  सीट छोड़े के बांड खतम हो जाई
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यूपी मेडिकल सीट छोड़े के बांड : उत्तर प्रदेश में मेडिसिन के पढ़ाई करेवाला लोग के अब लाखों रुपया के बचत होई। यूपी सरकार सीट छोड़े वाला बांड खतम कर दिहलस । ई एमबीबीएस, बीडीएस, एमडी, एमएस समेत सभ मेडिकल कोर्स पs लागू होई। हालांकि एह बांड के एगो नियम अबहियों लागू रही। यूपी में एमबीबीएस के सीट भी 2024 में बढ़े के उम्मेद बा।

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यूपी मेडिकल एजुकेशन में सीट लीविंग बांड : जदी रउआ उत्तर प्रदेश के कवनो मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई करत बानी भा पढ़े के सोचत बानी तs रउआ खातिर एगो बढ़िया नया बा। जेब से लाखों रुपया के नुकसान से बच जाइब। काहे कि उत्तर प्रदेश सरकार यूपी में मेडिकल सीट छोड़ के बांड पॉलिसी खतम करे के फैसला कइले बिया । यूपी से एमबीबीएस, बीडीएस भा पीजी मेडिकल कोर्स करे वालन खातिर ई कवनो बड़हन बदलाव से कम नइखे जवना के ऊ लोग बरिसन से इंतजार करत रहे।

सीट लीविंग बांड का होला?

अब तक अगर रउआ मेडिकल सीट छोड़ देनी यानी कवनो कारण से पढ़ाई के बीच में छोड़ देनी तs जहाँ से पढ़त रहनी ओह कॉलेज के जुर्माना के रूप में भारी रकम देवे के पड़े। एमबीबीएस/बीडीएस खातिर यूपी सरकारी मेडिकल कॉलेज में एक लाख रुपिया आ प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में पूरा फीस देबे के पड़ी। जबकि पीजी सीट छोड़ला पs पांच लाख रुपया के जुर्माना रहे।

अब उत्तर प्रदेश सरकार मेडिकल पढ़ाई के बीच में छोड़े वाला विद्यार्थियन पर लगावल जुर्माना हटा दिहले बिया । बाकी , अगिला साल फेर से प्रवेश लेवे पs रोक बनल रही। हालांकि ए बड़ फैसला के संगे यूपी मेडिकल सीट लीविंग बांड के नियम के खतम करेवाला दूसरा राज्य बन गइल बा। सांसद कुछ समय पहिले अइसन कइले बाड़े।

साल भर नीट के परीक्षा ना दे पइब।

मेडिकल एजुकेशन के महानिदेशक किंजल सिंह कहली कि, एमबीबीएस कोर्स छोड़े वाला छात्र पs पहिलही से बहुत दबाव बा, काहेंकी ऊ लोग स्वर्णिम कैरियर छोड़तारे। ई लोग अंतिम उपाय के रूप में अइसन करेले आ एकर निमन कारण बा, जवना में आर्थिक कारण भी शामिल बा। अइसना में सरकार के लागल कि ए लोग से जुर्माना के रूप में पईसा लिहल उचित नइखे। एहसे जुर्माना के आर्थिक हिस्सा खतम कs दिहल गइल बा।

किंजल सिंह राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) से भइल बतकही के आधार पs प्रस्ताव भेजले रहले। ऊ कहले कि, जुर्माना के दूसरा हिस्सा उहे रही जहां अगिला साल कवनो अभ्यर्थी के नीट परीक्षा आ काउंसलिंग में भाग लेवे से रोकल जाई।

यूपी में एमबीबीएस सीट : एह साल मेडिकल सीट में बढ़ोतरी होई

सिंह कहली कि, 'हम धीरे-धीरे यूपी में एमबीबीएस के सीट अवुरी कॉलेज के संख्या बढ़ावतानी। हमनी के फोकस बा कि अधिका से अधिका उम्मीदवारन के डाक्टर बने में मदद कइल जाव । एहसे विद्यार्थियन के हित में सीट त्याग बांड में बतावल आर्थिक जुर्माना माफ करे के फैसला लिहल गइल बा । बाकि इहाँ पईसा के कवनो महत्व नइखे। अइसने में हमनी के उम्मीदवार से सहानुभूति राखे के जरूरत बा, एह बात के ध्यान में राखत कि ऊ एह फैसला पर आपन पूरा कैरियर दांव पर लगावत बाड़े ।

फिलहाल उत्तर प्रदेश के 60 से अधिका मेडिकल कॉलेज में 9278 एमबीबीएस आ 2070 बीडीएस सीट बा। 2024 के नीट काउंसलिंग (यूपी नीट काउंसलिंग 2024) में दर्जन भर से अधिका नया मेडिकल कॉलेजन के भाग लेबे के उमेद बा । निरीक्षण हो रहल बा। तब यूपी में एमबीबीएस सीट के संख्या दस हजार से अधिका हो जाई ।

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