पुण्यतिथी विशेष: बॉलीवुड में पहिला हाली भोजपुरी गीत आ जोगिरा के प्रयोग करे वाला पहिला गीतकार 'मोती बी.ए'
मोती बी.ए के 16 वां पुण्यतिथि 18 जनवरी 2025 पs आज खबर भोजपुरी उनकरा के श्रद्धांजलि अर्पित करत बा आज मोती बी.ए के बारे कुछ रोचक बात जानेके आ इहो जानब जा की कईसे बॉलीवुड में पहिला हाली भोजपुरी गीत आ जोगिरा के प्रयोग कइले.
बात 1947 के हs जब फिल्मीस्तान लिमिटेड कंपनी बम्बई के फिल्म साजन के गीत "हमको तुम्हारा ही आसरा" सुपरहिट भइल रहे । गीत के रचनाकार रहले श्री मोती बीए । इs गीत फिल्म के नया दिशा दिहलस आ फिल्मीस्तान के जिम्मेदार व्यक्तियन के बीच श्री मोती बीए के नाम काफी सम्मानजनक तरीका से लिहल जाए लागल।
ओह घरी फिल्म बनत रहे "नदिया के पार" मोती बीए किशोर साहू से कहले कि "यदि फिल्म में भोजपुरी गीत के राखल जाए तs निश्चय इs फिल्म अद्भुत सफलता प्राप्त करीं।" भोजपुरी के नाव पs बहुत लोग ओहिजा विरोध कइले, बाकिर किशोर साहू साजन के सफलता के बाद मोती जी के एह बात पs समर्थन कइले आ आ फिल्म में आठ गीत रखल गइल । एमें से सात गो गीत भोजपुरी में रहे। गीत "अखियां मिलाके अखियां रोवे दिन रतिया" दूसरका "दिल लेके भागा दगा देके भागा" "ओ गोरी ओ छोरी कहां चली हो" "कठवा के नैया बनइहे मालहवा" "मोरे राजा हो ले चल नदिया के पार" इत्यादि गीत भोजपुरी के रखल गइल आ एह गितन के संगीत दिहले 'सी रामचंद्र'।
पहिला बेर भोजपुरी गितन के गाना के श्रेय मोहम्मद रफी, ललिता देवलकर, लता मंगेशकर, सुरेंद्र कौर, सी रामचंद्र के गइल। फिल्म के एतना विरोध झेले के पड़ल की मोती जी फिल्म के बनले के बाद निराश होके घरे वापस लौट गइले। घरे अवले पs सिनेमा हॉल में पता चलल कि एह फ़िल्म के गीत के रिकार्ड्स नइखे बनल आ उs तुरंते वापस मुंबई आ गइले.
मुंबई अइले के बाद फिल्मिस्तान लिमिटेड के मालिक राय बहादुर चुन्नीलाल से मिलके के एह बात के बतवले कि फिल्मीस्तान के एs सफल फिल्म नदिया के पार के रिकार्ड्स नइखे बनल। चुन्नीलाल बिगड़ गइले कहले की अइसन कइसे हो सकेला की एतना बड़ कंपनी के फिल्म के रिकॉर्ड ना बने । उन्होंने तुरंत जांच करवाई । यह बात सही पाई गई। तुरंत रिकॉर्ड्स बनले के ऑर्डर भइल आ उs रिकॉर्ड आज ले बिकत नजर आवेला । फिल्म आजो उपलब्ध बा । एह फिल्म के अभूतपुरुष सफलता मिलल आ रिकॉर्ड्स के बिक्री बता दिहलस कि भोजपुरी भाषा के महत्व का बा?
दिलीप कुमार फिल्म 'नदिया के पार' से प्रेरित होके कइले भोजपुरी में भूमिका
दिलीप कुमार एह फिल्म से प्रेरित होके के गंगा जमुना में भूमिका भोजपुरी में कइले। इs दुर्भाग्य रहे की राय बहादुर चुन्नीलाल एह फिल्म के सफलता के कुछ महीना बाद दिवंगत हो गइले आ फिल्मीस्तान लिमिटेड कंपनी कमजोर पड़े लागल। किशोर साहू आपन रास्ता अलग तैयार कs लिहले।
एs प्रकार भोजपुरी के स्थापना तs फिल्म में हो गईल बाकिर फिल्मीस्तान कंपनी दूसरका भोजपुरी फिल्म नाहीं बना पवलस।
पहिला बेर फिल्म में भोजपुरी जोगिरा के प्रयोग
1951 में फ़िल्म आइल 'राजपूत' । एह फिल्म में नायक रहले जसराज आ नायिका रहली सुरैया। इs फिल्म उपलब्ध नइखे बाकिर फिल्म के गीत उपलब्ध बा. एह फिल्म में 11 गीत रहे 10 गीत के संगीतकार रहले हंसराज बहल। एकर गीत कई गीतकार लो मिलके लिखले रहले। एs फिल्म के निर्माता रहले लेखराज भाखड़ी। एs फिल्म में मोती बीए के लिखल एगो गीत बहुत पसंद आइल अउर उs रहे भोजपुरी जोगीरा। एह भोजपुरी गीत के गाना खातीर रफ़ी आ शमशाद बेगम के तैयार कइल गइल बाकिर एह पs संगीत हंसराज बहल देले से इनकार कs दिहले। उनकर कहल रहे रहे कि इs कवन धुन हs हमरी समझ में नइखे आवत। लेखराज भाखड़ी कहले कि अगर संगीत बनत बा तs बताव नाहीं तs जइसे मोती गावेले वइसे ही फिल्म में जाई ।
अंततोगत्वा खाली एगो गीत खातीर एगो नया संगीतकार हुस्न लाल भगत राम से संगीत बनवावल गइल। आ इs शमशाद बेगम आ रफी गवले । इs गीत काफी चर्चित रहल आ एs तरह से फिल्म में पहिला बेर जोगीरा के प्रवेश मोती बीए के द्वारा भइल ।